अगर आप टीचर बनना चाहते हैं और B.Ed या D.El.Ed करने की सोच रहे हैं, तो रुकिए! 2025 से कुछ बड़े बदलाव हो गए हैं जिनके बारे में आपको जानना बहुत जरूरी है। शिक्षा मंत्रालय और NCTE ने कुछ नए नियम लागू किए हैं, जो आपकी पढ़ाई और करियर दोनों को प्रभावित कर सकते हैं।
अब दो कोर्स एक साथ नहीं कर सकेंगे
सबसे पहली और सबसे अहम बात – अब आप B.Ed और D.El.Ed एक साथ नहीं कर पाएंगे। जी हां, पहले बहुत से स्टूडेंट्स टाइम बचाने के लिए दोनों कोर्स साथ में कर लेते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकता। NCTE का कहना है कि एक साथ दो कोर्स करने से ट्रेनिंग की क्वालिटी पर बुरा असर पड़ता है। तो अब आपको एक कोर्स चुनना होगा और उसी पर पूरा ध्यान देना होगा।
छह महीने की इंटर्नशिप अब जरूरी
अब आपको कम से कम छह महीने की इंटर्नशिप करनी ही होगी। ये कोई मामूली बात नहीं है। इन छह महीनों में आपको असली स्कूल में जाकर बच्चों को पढ़ाना होगा। पहले तो बस थोड़े दिन की ट्रेनिंग होती थी, लेकिन अब आपको पूरे छह महीने का प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस मिलेगा। इससे आप असली टीचर बनने के लिए बेहतर तैयार होंगे।
संस्थान की मान्यता पर रखें पूरा ध्यान
ये बहुत जरूरी है दोस्तों! अब सिर्फ NCTE से मान्यता प्राप्त संस्थानों की डिग्री ही मान्य होगी। बाहर बहुत सारे ऐसे कॉलेज हैं जो बिना मान्यता के कोर्स चला रहे हैं। अगर आपने गलती से ऐसी जगह एडमिशन ले लिया, तो आपकी पूरी मेहनत और पैसा दोनों बर्बाद हो जाएगा। इसलिए एडमिशन से पहले अच्छी तरह जांच-पड़ताल कर लें कि कॉलेज को NCTE की मान्यता है या नहीं।
ऑनलाइन कोर्स पर लगी रोक
अगर आप सोच रहे थे कि घर बैठे ऑनलाइन B.Ed या D.El.Ed कर लेंगे, तो ये प्लान बदलना पड़ेगा। अब सिर्फ थ्योरी का कुछ हिस्सा ही ऑनलाइन पढ़ाया जा सकता है। बाकी सारी इंटर्नशिप, प्रैक्टिकल और ट्रेनिंग क्लास के लिए आपको कॉलेज जाना ही होगा। क्योंकि टीचिंग एक प्रैक्टिकल स्किल है, और वो सिर्फ किताबों से नहीं सीखी जा सकती।
क्या करें आप?
अगर आप टीचर बनना चाहते हैं, तो घबराइए मत। बस थोड़ी सावधानी बरतिए। पहले अच्छे से रिसर्च करिए, मान्यता प्राप्त कॉलेज चुनिए, और एक समय पर एक ही कोर्स करने का मन बनाइए। छह महीने की इंटर्नशिप को बोझ न समझिए, बल्कि इसे अपने लिए सीखने का मौका मानिए।
याद रखिए, शॉर्टकट से करियर नहीं बनता। सही तरीके से पढ़ाई करेंगे, तो भविष्य में आप एक अच्छे टीचर बन पाएंगे।