दोस्तों, अगर आप KTM का नाम सुनते हैं तो आपके दिमाग में तुरंत तेज़ रफ्तार वाली स्पोर्ट्स बाइक्स का ख्याल आता होगा, है ना? लेकिन अब KTM ने एक बिल्कुल अलग दिशा में कदम बढ़ाया है। कंपनी अब पर्यावरण के बारे में सोचते हुए Electric Cycle का बाज़ार में कदम रख रही है।
आज के ज़माने में जब हर कोई फिटनेस और पर्यावरण की बात कर रहा है, तो KTM की यह Electric Cycle एक परफेक्ट विकल्प लगती है। तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि आखिर इस साइकिल में क्या ख़ास है।
डिज़ाइन की बात करें तो
सबसे पहली बात, इस Electric Cycle का लुक देखकर आप समझ जाएंगे कि यह KTM की है। इसका डिज़ाइन काफी मॉडर्न और प्रीमियम है। हल्का एल्युमिनियम फ्रेम इसे मज़बूत बनाता है और एरोडायनामिक शेप की वजह से यह देखने में भी काफी आकर्षक लगती है। रंग-बिरंगे कलर ऑप्शन्स आपको पसंद आएंगे।
सबसे अच्छी बात यह है कि इसके टायर चौड़े हैं और इनकी ग्रिप भी दमदार है। मतलब आप इसे शहर की सड़कों पर भी चला सकते हैं और अगर कभी ऑफ-रोड एडवेंचर करना हो तो वहां भी यह आपका साथ देगी।
बैटरी और रेंज की बात
अब आते हैं मुख्य बात पर – इसकी बैटरी। इसमें हाई-कैपेसिटी लिथियम-आयन बैटरी लगाई गई है जो एक बार फुल चार्ज करने पर 60 से 80 किलोमीटर तक चल सकती है। यह रेंज काफी अच्छी है, खासकर रोज़ाना की यात्रा के लिए।
सबसे दिलचस्प बात यह है कि इसमें पेडल-असिस्ट टेक्नोलॉजी दी गई है। मतलब आप चाहें तो इसे सामान्य साइकिल की तरह चला सकते हैं, और जब थक जाएं या तेज़ चलना हो तो मोटर की मदद ले सकते हैं। यह फ़ीचर वाकई कमाल का है!
स्मार्ट फ़ीचर्स
इस Electric Cycle में LED डिस्प्ले भी दिया गया है जो आपको बैटरी लेवल, स्पीड और बची हुई रेंज की पूरी जानकारी देता रहता है। मल्टी-मोड राइडिंग ऑप्शन से आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से स्पीड और पावर सेट कर सकते हैं।
सेफ्टी के लिए डिस्क ब्रेक सिस्टम लगाया गया है जो हर मौसम में बेहतरीन परफॉर्मेंस देता है। आराम के लिए सॉफ्ट सीट, शॉक एब्जॉर्बिंग सस्पेंशन और एडजस्टेबल हैंडलबार भी मिलते हैं।
कीमत की बात
अब आप सोच रहे होंगे कि इतने फ़ीचर्स वाली साइकिल की कीमत क्या होगी? तो भारतीय बाज़ार में KTM Electric Cycle की कीमत लगभग ₹1.25 लाख से ₹1.50 लाख तक हो सकती है। हां, यह सामान्य इलेक्ट्रिक साइकिलों से महंगी ज़रूर है, लेकिन KTM का ब्रांड वैल्यू और इसके दमदार फ़ीचर्स को देखते हुए यह कीमत जायज़ लगती है।
शहर की बढ़ती ट्रैफिक जाम में यह एक बेहतरीन और किफायती विकल्प साबित हो सकती है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए, यह लॉन्ग टर्म में एक स्मार्ट इन्वेस्टमेंट है।